Korean skin care routine: क्या आप भी उन महिलाओं में है जो शीशे में अपना चेहरा देखकर मायूस हो जाती है। क्या आपकी स्किन भी अपने स्वाभाविक रंगत खो चुकी है, क्या समय से पहले है आपके चेहरे पर एंटी-एजिंग के निशान दिखाई देने लगे है।
तो लेडिज, आपको कोरियन स्किन केयर रूटीन फॉलो (korean skin care routine) करना होगा। जो पिछले कुछ समय से ज्यादा ही ट्रेंड (trending) में है। कोरियन स्किन केयर रूटीन फॉलो करने से स्किन पर मैजिकल इंपेक्ट दिखा देने लगते है।
जी हां, इस बात में कोई शक नहीं कि कोरियन स्किन केयर रूटीन ( korean skin care) फॉलो करने के बाद आपको महंगे और कैमिकल युक्त मेकअप इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि उनका स्किन केयर (skin care)रूटीन फॉलो करने के बाद चेहरे पर नेचुरल ग्लो आने लगता है। यहां हम कोरियन महिलाओं की तरह ग्लोइंग स्किन पाने के लिए टिप्स दे रहे है। ( korean skin care tips)
korean skin care steps
दिन में चार बार धोए चेहरा
कोरियन स्किन केयर रूटीन (korean skin care routine) का सबसे पहला स्टेप होता है अपने चेहरे को क्लीन रखना और इसके लिए फ्रेश पानी से बेहतर ऑप्शन कोई हो ही नहीं सकता।
जी हां, अगर आप ये सोचते है कि सिर्फ क्लींजर (cleanser) का इस्तेमाल करके ही चेहरा साफ किया जा सकता है तो आप गलत सोचते है। इसकी बजाय फ्रेश पानी से स्किन को साफ करने से स्किन रिफ्रेशिंग महसूस करती है और इससे फेस की इम्प्योरिटी क्लीयर हो जाती है। पानी आपकी स्किन को हाइड्रेट भी बनता है। इसलिए ये जरूरी है कुछ घंटों के अंतराल में चेहरे को फ्रेश पानी से धोते रहें।
टोनर का इस्तेमाल
चेहरा साफ पानी से धोने के बाद उस पर टोनर (toner)अप्लाई भी बहुत जरूरी होता है। आप चाहें तो रुई या हथेलियों की मदद से टोनर को चेहरे पर लगाया जा सकता हैं। दरअसल टोनर से स्किन के पीएच लेवल (ph level)में सुधार आता है और इससे स्किन बहुत ही ज्यादा क्लीन दिखाई देती है।
एसेंस भी है जरूरी
टोनर लगाने के बाद एसेंस (essence)लगाना भी बहुत जरूरी होता है। क्यूंकि ये सिरम, टोनर और मॉश्चराइजर का मिक्सअप होता है। इसे कोरियाई स्किन केयर रूटीन का महत्वपूर्ण हिस्सा भी माना जाता है। ये स्किन को हाइड्रेट रखता है और स्किन सेल्स को हेल्दी रखता है। खासकर ड्राई स्किन वालों के लिए ये बहुत जरूरी है।
एम्पूल ना भूलें
ये बात सही है कि एसेंस और सीरम दोनों एक ही समान होते हैं लेकिन आपको बतादें कि एम्पूल (ampoule) में एक्टिव हाई कॉन्सन्ट्रेशन होते हैं। एम्पूल आमतौर पर ड्रॉपर के साथ कांच की बोतल में आते हैं। इससे कुछ बूंदों को निकालकर अपने फेस पर लगाए। इसके बाद उंगलियों की मदद से इसे स्किन पर अच्छे से टैप करें। ताकि ये स्किन पोर्स तक अच्छे से मिक्सअप हो जाए।
दो बूंद सीरम की
स्किन प्रॉब्लम को दूर करने के लिए सीरम (face serum) का इस्तेमाल करना बहुत ही उतना ही महत्वपूर्ण होता है। ये एंटी एजिंग और स्किन रिलेटेड समस्याओं जैसे कि ब्लैक स्पॉट, हाइपरपिगमेंटेशन, ड्राईनेस, फाइन लाइंस और रिंकल्स को कम करने में मदद करता है। दो बूंद सीरम को उंगलियों की सहायता से फेस पर अप्लाई किया जाता है।
आई क्रीम का इस्तेमाल
ये बात तो सभी जानते है कि, आंखों के आसपास का हिस्सा बहुत ही ज्यादा सेंसेटिव होता है। जिस पर फेस क्रीम और सीरम नहीं लगाने में समझदारी है। ऐसे में इस जगह को हाइड्रेट रखने के लिए आई क्रीम (eye cream) का इस्तेमाल जरूरी होता है। इसे लगाने के लिए अपनी उंगलियों पर थोड़ी सी आई क्रीम लें और इसे आंखों के कोने पर लगाएं इससे बहुत ही बढ़िया रिजल्ट देखने को मिलता है। खासकर जिनके डार्क स्पॉट या आंखों के आसपास रेड स्पॉट होते है उन्हें आई क्रीम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
मॉश्चराइज़र से पाए चमकदार चेहरा
आई क्रीम लगाने के बाद अपने फेस पर मॉश्चराइजर (moisturizer) जरूर लगाएं। मॉश्चराइजर का प्रयोग करने से स्किन हाइड्रेट और चमकदार बनती है। अगर आपकी स्किन ऑयली (oily skin) है तो आप वॉटर बेस्ड मॉश्चराइजर लगा सकते है जबकि ड्राई स्किन पर क्रीम बेस्ड मॉश्चराइजर सही रहेगा। याद रखें, हर स्किन टाइप के हिसाब से ही मॉश्चराइजर का उपयोग करें।
सनस्क्रीन भी है जरूरी
चूंकि स्किन के डैमेज होने के एक कारण यूवी किरणें भी है। ऐसे में स्किन को इन किरणों से बचाना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। इसलिए, स्किन को अच्छे से मॉश्चराइजर करने के बाद सनस्क्रीन (sunscreen) जरूर लगाएं। इस बात का खास ध्यान रखें कि स्किन पर कम से कम 30 एसपीएफ वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि इन किरणों से होने वाली प्रॉब्लमस जैसे कि, डार्क स्पॉट, टेनिंग, सनबर्न और फाइन लाइंस आपकी खूबसूरती पर दाग ना लगाए।