Meaning behind wearing kala dhaga in leg: ज्योतिष शास्त्र में नजर दोष से बचने के कई सारे उपाय (nazar dosh upay) बताए गए हैं। जिसमें से एक है पैर में काला धागा बांधना, जिसके कई सारे फायदे है ( Black thread benefits)।
दरअसल, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काला रंग लोगों को बुरी नजर से बचाता है। ये ताकत, सुरक्षा और किसी बड़ी चीज़ से जुड़ाव का प्रतीक है। नैगेटिव एनर्जी का इफेक्ट पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर ना पड़ें, इसलिए लोग काला धागा पहनते है।
हालांकि, हिन्दू शास्त्रों में किसी भी शुभ अवसर पर काला रंग पहनना अशुभ माना जाता है। लेकिन काले धागा बांधने के कई सारे फायदे है, ( Black thread benefits)। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। क्यूंकि काला धागा बांधने के पीछे धार्मिक, एस्ट्रोलॉजिकल और साइंटिफिक कारण है। तो आइए जानते है पैर में काला धागा क्यूं बांधते है ( why we wear kala dhaga in leg) और काला धागा बांधने के क्या नियम है।
काला धागा पहनने के पीछे का धार्मिक कारण (Spiritual meaning behind wearing kala dhaga in leg)
विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में काला धागा पहनने को अलग-अलग तरीके से देखा जाता है। लेकिन इसे हमेशा कुछ शक्तिशाली और सार्थक के रूप में देखा जाता है। ये काला धागा दर्शाता है कि आप अपने से भी बड़ी किसी चीज़ में विश्वास करते हैं और आप उन ताकतवर शक्तियों द्वारा संरक्षित हैं।
काला धागा पहनने के पीछे का ज्योतिषीय कारण (Meaning behind wearing kala dhaga in leg astrology)
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों में विशेष शक्तियां होती हैं जो हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं। जब आपका जन्म होता है, तो ग्रहों की स्थिति आपके भविष्य को प्रभावित कर सकती है। ऐसा माना जाता है कि अपने पैर की एंकल के चारों ओर काला धागा पहनने से आपको इन ग्रहों की ऊर्जाओं से बेहतर तरीके से जुड़ने में मदद मिलती है।
यह बुरी चीज़ों के ख़िलाफ़ ढाल आपकी बनता है और आपके तन-मन को स्वस्थ रखता है। इसके अलावा काला धागा पहनने से शनि का प्रभाव शांत हो सकता है और आपको कठिनाइयों से बेहतर तरीके से निपटने में मदद मिल सकती है।
काला धागा पहनने के पीछे का साइंटिफिक कारण (Scientific reasons behind wearing kala dhaga in leg)
आपकी एंकल आपके शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो आपको संतुलित रहने में मदद करता है। ऐसे में एंकल के चारों ओर एक काला धागा पहनकर, आप अधिक ज़मीन से जुड़ा हुआ और स्थिर महसूस कर सकते हैं। यह पृथ्वी की ऊर्जा से जुड़ाव महसूस करने जैसा है, जो जीवन में उतार-चढ़ाव आने पर भी आपको मजबूत बने रहने में मदद करता है। इसके अलावा पेट संबंधी परेशानी भी पैर में धागा पहनने से दूर होती है। यह मेटाबॉलिज्म को मजबूत करता है।
काला धागा बांधने के नियम
- काले धागे को जब भी पहने तो हमेशा 9 गांठ लगा लें। और इसके साथ किसी अन्य रंग के धागे को न बांधें।
- काले धागे को केवल शुभ मुहूर्त में बांधना चाहिए।
- काला धागा पहनने के बाद हर दिन गायत्री मंत्र का जप करना जरुरी होता है। ऐसा करने से इसका प्रभाव बढ़ जाएगा।
- अपने घर को नैगेटिव एनर्जी से बचाने के लिए घर के दरवाजे पर नींबू के साथ काला धागा बांध सकते हैं।
- जिन बच्चों की इम्यूनिटी लो होती है, उन्हें काला धागा पहनने से शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
- लोगों की बुरी नजर से बचने के लिए काले धागे को हाथ, पैर, गले आदि में भी पहना जाता है।
- मंगलवार या शनिवार को काला धागा पहनने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है।
FAQs
काला धागा किस पैर में बांधना चाहिए?
पुरुषों को दाहिने पैर और महिलाओं को बाएं पैर में काला धागा बांधना चाहिए। इससे आप नकारात्मकता और परेशानियों से दूर रहेंगे।
किन राशि वालों को काला धागा नहीं बांधना चाहिए?
ज्योतिष के अनुसार मेष और वृश्चिक राशि वाले लोगों को काला धागा नहीं बांधना चाहिए। इसका कारण यह है कि इन दो राशियों के स्वामी मंगल देव हैं, जिन्हें काला रंग पसंद नहीं है।
काला धागा पैर के अंगूठे पर बांधने से क्या होता है?
पैर के अंगूठे में काला धागा पहनने से बुरी नजर और नैगेटिव एनर्जी तो आपसे दूर रहती ही, बल्कि इसे अंगूठे में पहनने से स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी मिलते है।
निष्कर्ष: काले रंग को अक्सर एक ऐसे रंग के रूप में देखा जाता है जो बुरी चीजों को दूर रखता है। काला धागा पहनने से नैगेटिव एनर्जी और आत्माएं दूर रहती हैं। ये आपके लिए चारों ओर एक सुरक्षा कवच होने जैसा है, जो आपको नुकसान से सुरक्षित रखता है।
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