मां कुष्मांडा सूर्य लोक में निवास करती है
मां कुष्मांडा देती है क्षमता और शक्ति
अनाहता चक्र पर करें फोकस
मां कुष्मांडा के मंत्र ( maa kushmanda mantra)
ऊं कुष्माण्डायै नम:
वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्। सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥
अन्य मंत्र: सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च. दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्मांडा शुभदास्तु मे।
नवरात्रि के चौथे दिन का रंग
मां कूष्मांडा का पसंदीदा रंग नारंगी माना जाता है, इसलिए इस दिन नारंगी रंग के कपड़े पहनना सबसे शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के चौथे दिन का प्रसाद
मां कुष्मांडा आरती :
कूष्मांडा जय जग सुखदानी। मुझ पर दया करो महारानी॥
पिगंला ज्वालामुखी निराली। शाकंबरी मां भोली भाली॥
लाखों नाम निराले तेरे । भक्त कई मतवाले तेरे॥
भीमा पर्वत पर है डेरा। स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥
सबकी सुनती हो जगदंबे। सुख पहुँचती हो मां अंबे॥
तेरे दर्शन का मैं प्यासा। पूर्ण कर दो मेरी आशा॥
मां के मन में ममता भारी। क्यों ना सुनेगी अरज हमारी॥
तेरे दर पर किया है डेरा। दूर करो मां संकट मेरा॥
मेरे कारज पूरे कर दो। मेरे तुम भंडारे भर दो॥
तेरा दास तुझे ही ध्याए। भक्त तेरे दर शीश झुकाए॥