पीढ़ी दर पीढ़ी एक्टिंग की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कई स्टार किडस अपना लौहा मनवा चुके है। इस बार तीन स्टार किडस ने एक साथ बॉलीवुड में अपनी एंट्री ली है। जिन्हें बॉलीवुड का एंट्री गेट पास मिला है डायरेक्टर जोया अक्तर से। जो बॉलीवुड में लीक से हटकर फिल्में बनाने के लिए मशहूर है। जी हां, यहां हम बात कर रहे है ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘ नेटफ्लिक्स’ पर रिलीज हुई फिल्म ‘ द आर्चीज’ की, जिसमें शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान, अमिताभ बच्चन का नाती अगस्त्य नंदा, और श्रीदेवी की बेटी बोनी कपूर मुख्य किरदार में है। इतने सारे न्यूकमर और यूथ बेस्ड ये स्टोरी देखने लायक है या नहीं आइए जानते है।
'द आर्चीज' फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी अमेरिका की फेमस कॉमिक पर बेस्ड है, फिल्म की कहानी भी एकदम सिंपल सी है। फिल्म की कहानी शुरू होती है रिवेरडेल नाम की छोटी सी जगह से जहां की जनसँख्या कुछ 9000 के आस पास है, और यह जगह अपने ग्रीन पार्क की वजह से जाना जाता है। लेकिन कुछ अमीर लोग इस खूबसूरत पार्क को तोड़ कर वहां अपना होटल बनना चाहता हैं, लेकिन फिल्म के लीड कैरेक्टर उनको ऐसा करने से रोकते हैं और पार्क बचाते हैं। बता दें इस फिल्म की कहानी तो बेहद सरल है, लेकिन इसे 60 के दशक में सेट करके परदे पर उतारना बेहद कमाल का काम है।
कैसी है फिल्म ' द आर्चीज'
वैसे तो जोया अख्तर ने कई बड़ी फिल्में बनाकर कई शानदार किरदार सिनेमा जगत को दिए। लेकिन द आर्चीज के यंग स्टार को बॉलीवुड में सफल एंट्री दिलाने में वो फेल रही। वे ना तो उनके लिए बढ़िया या यूं कहें दिलचस्प कहानी ला पाईं और ना ही उनका डायरेक्शन उम्दा रहा। उन्होंने इन स्टार किडस की ब्रांडिंग तो खूब की, लेकिन इन सभी किरदारों की बोरिंग एक्टिंग, इमोशन लेस फेस देखकर ये एहसास हुआ, जैसे इन सभी को बॉलीवुड में डेब्यू करने से पहले बहुत कुछ सीखने की गुंजाइश थी। जोया अख्तर ने दर्शकों को हर मोर्चे पर निराश किया है। सबसे अच्छी बात ये रही है कि फिल्म ओटीटी पर रिलीज हो रही है। अगर ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होती तो इसका क्या हश्र होता, आप समझ सकते है।
' द आर्चीज' में एक्टिंग
‘द आर्चीज’ से बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने वाले तीनों स्टार किडस अपने कैरेक्टर के साथ इंसाफ नहीं कर पाए। सुहाना खान और खुशी कपूर पूरी फिल्म में लॉस्ट नजर आती हैं। जिस तरह के वो एक्सप्रेशन दे रही हैं, वो ना तो डायलॉग से मैच खाते हैं। इन दोनों की प्रजेंस भी स्क्रीन पर कुछ कमाल नहीं दिखा पाई। ऐसे में हम कह सकते है कि इन स्टार किड्स को अभी एक्टिंग की एबीसीडी भी नहीं आती। हालांकि, अमिताभ के नाती ने अपने नाना की इज्जत को बचा लिया। ये सुहाना और खुशी से एक्टिंग में काफी आगे नजर आए। बाकी कैरेक्टर भी फिल्म में जाऩ ड़ालने में नाकामयाब रहें।
फिल्म का म्यूजिक
बात करें फिल्म की म्यूजिक की तो वो काफी रिफ्रेशिंग है। शंकर एहसान लॉय ने अच्छा म्यूजिक दिया है। जो फिल्म को एक अलग फील देता है.गाने सुनकर मजा आता है।
फाइनल वर्डिक्ट
‘द आर्चीज’ का डायरेक्शन बेहद खराब है। एक्टिंग इरिटेट कर देने वाले लेवल की है। फिल्म में कुछ भी नयापन नहीं है। तो इस वीकेंड अगर आप किसी रिफ्रेशिंग मूवी की तलाश में है तो ‘द आर्चीज’ फिल्म देखकर अपना वक्त और मूड खराब ना करें।