इंवेस्टमेंट से पहले इन बातों का रखें ध्यान – 7 rules of investing

Vishal Purohit

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7 Rules of Investing
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क्या आप इंवेस्टमेंट करने की सोच रहे है। लेकिन बहुत सारी स्कीमस में से सही का चुनाव करने को लेकर कंफूयज है। और ये समझ नहीं पा रहे कि इतना महत्वपूर्ण कदम कैसे उठाए। तो बतादें कि इंवेस्टमेंट करने से पहले कुछ बुनियादी बातें है जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। (7 rules of investing) जैसे कि अपने इंवेस्टमेंट गोल पर विचार करना और ये डिसाइड करना कि आप उन्हें कब और कैसे पाना चाहते है। खैर ऐसी और भी कई सारे बिन्दु है जिन पर अपनी मेहनत की कमाई इंवेस्ट करते समय गौर करने की जरूरत है। यहां हम उन्हीं सभी बातों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

अपने इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजी की प्लानिंग बनाए

इंवेस्टमेंट करने से पहले विचार करने वाली मुख्य बातों में से एक है प्लानिंग यानि योजना। ये आपको ना केवल आपके इंवेस्टमेंट गोल को प्रोस्पेक्टिव में रखने में मदद करती है, बल्कि इससे ये भी स्पष्ट रहता है कि आप उन्हें कब और कैसे प्राप्त करना चाहते हैं। यह आपके इंवेस्टमेंट डिसीजन को प्रभावित करने वाली भावनाओं की संभावना को दूर करने में भी मदद कर सकता है। देखा जाए तो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इंवेस्टमेंट की प्रकृति भावनात्मक हो सकती है। कई बार ऐसा समय होता हैं जब आपका मन अपनी इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजी को बदलने की ओर आकर्षित हो सकता हैं क्योंकि आपका पोर्टफोलियो उम्मीद के मुताबिक परफोमेंस नहीं दे पाता है, या आपको खबर मिलती है कि बाजार में गिरावट आ रही है। हालांकि इस तरह की घटनाएं आपको क्वीक एक्शन लेने के लिए मजबूर कर सकती है। लेकिन अपनी संपत्ति बेचना और अपनी इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजी पर विचार करने के लिए कुछ समय देना महत्वपूर्ण है। अगर आपका फोकस लोंगटर्म प्लानिंग पर है, तो शॉर्टटम मार्केट के उतार-चढ़ाव के बेस पर डिसीजन लेना आपके लिए नैगेटिव एक्शन साबित हो सकता है।

टाइम फ्रेम को रखें ध्यान में

इंवेस्टमेंट जैसा महत्वपूर्ण कदम उठाते समय ये विचार करना जरूरी है कि आप अपने फाइनेंशियल गोल पाने की दिशा में खुद को कितना समय दे रहे हैं और वहां तक पहुंचने के लिए आप कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं। उदाहरण के लिए, रिटायरमेंट के लिए एक इंवेस्टमेंट प्लानिंग किसी ऐसे व्यक्ति के लिए बहुत भिन्न हो सकती है जिसकी उम्र बड़ी है या जो काफी छोटा है। यदि आप शॉर्ट टाइम फ्रेम में अपने पैसे का उपयोग करना चाहते हैं, तो मार्केट में उतार-चढ़ाव के जरिए इंवेस्ट करना असंभव हो सकता है, इसलिए कम रिस्की इंवेस्टमेंट एप्रोच आपके फेवर में काम कर सकता है।

डाइवरसिफिकेशन

विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में इंवेस्ट करने के मुख्य लाभों में से एक ये है कि, ये आपके जोखिम में डाइवरसिफिकेशन यानि विविधता लाने की क्षमता रखता है। इसका मतलब ये है, अगर आपके द्वारा किया गया कोई इंवेस्टमेंट अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो आपका नुकसान उतना महत्वपूर्ण नहीं हो सकता है, जितना कि यदि आप केवल एक परिसंपत्ति वर्ग में निवेश करते हैं, क्योंकि आपके अन्य निवेश इसे कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, इसमें अधिक प्रयास और रिसर्च की आवश्यकता होती है क्योंकि आपको विभिन्न प्रकार के मार्केट की जानकारी से अवगत रहना पड़ता है।

कंपनी की वेल्यू पर गौर करें

अगर आप स्टॉक यानि शेयर में इंवेस्ट कर रहे हैं, तो ये भी महत्वपूर्ण है कि आप स्टॉक की कीमत से परे देखें और उस कंपनी पर विचार करें जिसमें आप खरीद रहे हैं। यदि इसके मूल्य और लक्ष्य आपके अनुरूप नहीं हैं, तो यह आपके लिए बेहतर इंवेस्टमेंट ऑप्शन नहीं हो सकता है। आप कितने आश्वस्त महसूस करते हैं और क्या आप अपने पैसे के प्रबंधन के लिए अधिक पेसिव या एक्टिव एप्रोच लेना पसंद करते हैं, इसके आधार पर आप इंवेस्टमेंट करने के कई तरीके अपना सकते हैं।

मार्केट पर रिसर्च करें

आपके इंवेस्टमेंट पर किन कारकों का प्रभाव पड़ सकता है, इस बार में रिसर्च के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है ताकि आप सूचित निर्णय ले सकें। घरेलू और वैश्विक स्तर पर बाज़ार में क्या चल रहा है, यह समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका आपके इंवेस्टमेंट पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसमें विकास, बेरोजगारी दर, ब्याज दर और मुद्रास्फीति और यहां तक कि राजनीतिक घटनाओं जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं।

मैनेज इंवेस्टमेंट फंड

मैनेज इंवेस्टमेंट फंड फंड मैनेजर्स ऑफर करते हैं जो आपकी ओर से शेयर खरीद और बेचकर आपके इंवेस्टमेंट पोर्टफोलियो को मैनेज करते हैं। यह अधिक हैंड-ऑफ ऑप्शन देते है ताकि आपको अपने पोर्टफोलियो के डे-टू-डे मैनजमेंट के बारे में चिंता करने की जरूरत ना पड़े। अगर आप मैनेज इंवेस्टमेंट फंड में इंवेस्ट करते हैं, तो आपको कई तरह की फीस चुकानी होगी, जो आमतौर पर पीडीएस में निर्धारित किए जाते हैं।

मार्केट पर रिसर्च करें

आपके इंवेस्टमेंट पर किन कारकों का प्रभाव पड़ सकता है, इस बार में रिसर्च के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है ताकि आप सूचित निर्णय ले सकें। घरेलू और वैश्विक स्तर पर बाज़ार में क्या चल रहा है, यह समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका आपके इंवेस्टमेंट पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसमें विकास, बेरोजगारी दर, ब्याज दर और मुद्रास्फीति और यहां तक कि राजनीतिक घटनाओं जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं।

सही दिशा में बढ़ना

आप शेयर, नकदी और बॉन्ड जैसे विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में अपने पैसे को डिवाइड करना चुन सकते हैं, या आप अपने पैसे को एक रेजीडेंशियल प्रोपर्टी यानि आवासीय संपत्ति जैसे एकल संपत्ति वर्ग में इंवेस्ट करना चुन सकते हैं।

कुल मिलाकर एक प्लानिंग पर टिके रहना, अपनी डेडलाइन और जोखिम सहनशीलता को समझना, और बाजार में क्या हो रहा है, इसके बारे में जानकारी होना भी आपके जोखिम को कम करने और आपके इंवेस्टमेंट को सफल बनाने में मदद कर सकता है। इन सब कारकों को ध्यान में रखकर आपके इंवेस्टमेंट का फैसला सही साबित हो सकता है।

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Meta Description : Here we will tell you in detail about the points to be considered before investing.यहां हम आपको इंवेस्टमेंट करने से पहले गौर किए जाने वाले बिन्दुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
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Short Headline : इंवेस्टमेंट से पहले इन बातों का रखें ख्याल
eng sum: When taking a step as important as investing, it is important to consider the amount of time you are dedicating yourself to achieving your financial goals and the amount of risk you are willing to take to reach there. For example, an investment plan for retirement may be very different for someone who is older or someone who is much younger. If you want to access your money in a short time frame, it may be impossible to invest through market volatility, so a less risky investment approach may work in your favour.

 

 

mob sum: इंवेस्टमेंट जैसा महत्वपूर्ण कदम उठाते समय ये विचार करना जरूरी है कि आप अपने फाइनेंशियल गोल पाने की दिशा में खुद को कितना समय दे रहे हैं और वहां तक पहुंचने के लिए आप कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं। उदाहरण के लिए, रिटायरमेंट के लिए एक इंवेस्टमेंट प्लानिंग किसी ऐसे व्यक्ति के लिए बहुत भिन्न हो सकती है जिसकी उम्र बड़ी है या जो काफी छोटा है। यदि आप शॉर्ट टाइम फ्रेम में अपने पैसे का उपयोग करना चाहते हैं, तो मार्केट में उतार-चढ़ाव के जरिए इंवेस्ट करना असंभव हो सकता है, इसलिए कम रिस्की इंवेस्टमेंट एप्रोच आपके फेवर में काम कर सकता है।


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