इंवेस्टमेंट करने के यूं तो कई ऑप्शंस और सोर्सेज हैं, लेकिन अगर आप मंथली बेसिस पर इंवेस्ट करना चाहते हैं तो इसमें एक रेकरिंग डिपॉजिट यानि RD और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानि SIP का नाम आता है। लेकिन सवाल ये उठता है कि दोनों में से किस जगह इंवेस्ट करना ज्यादा सेफ़ है। हालांकि, इस पर सभी की अलग-अलग राय है। लेकिन ये बात तय है कि एफडी में इंवेस्ट किए गए पैसे रिस्की ज़ोन में नहीं है। जबकि एसआई में इंवेस्ट करने का कदम रिस्की हो सकता है। हालांकि, रिटर्न के मामले में दोनों का अलग-अलग रेशियो है। यहां हम आपको एफडी और एसआईपी के बीच के अंतर के बारे में बताने जा रहे है, ताकि आप अपने हिसाब से सही इंवेस्टमेंट प्लान बना सकें।
आरडी क्या है
जिस तरह हम पैसों की सेविंग करने के लिए बैंक में सेविंग एकाउंट खुलवाते है और फिर उस सेविंग एकाउंट में पैसे जमा करते है ठीक उसी तरह रिकरिंग डिपोजिट जमा करने के लिए, Recurring Deposit Account होता है जिसे हम RD Account भी कहते है। इसमें हम एक निश्चित समय के लिए पैसे जमा करते है। साफ शब्दों में कहें तो रिकरिंग डिपोजिट एक मंथली, क्वाटरली, इयरली डिपोजिट सिस्टम होता है जिसकी मदद से हम पैसों को एक अकाउंट में सुरक्षित करते है। जब भी हम कुछ पैसा बचते है तो उस पैसे को हम अपने बचत खाते में जमा कर देते है जिससे हमें उन पैसों पर ब्याज (Interest) मिलता है। हालांकि ये ब्याज केवल 3-4% तक ही होता है जिससे हमें ज्यादा मुनाफा नहीं होता। अब ऐसी स्थिति में हम या तो सेविंग अकाउंट में पैसा जमा रहने देते है या फिर बचत खाते से पैसे निकाल कर Fixed Deposit यानि FD करवा लेते है।
एसआईपी क्या है
एसआईपी(SIP) एक इंवेस्टमेंट प्लान है, जिसमें छोटी-छोटी राशि से निवेश किया जा सकता है। एसआईपी का फुल फॉर्म सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी कि व्यवस्थित निवेश योजना होता है। इस योजना के जरिए म्यूचुअल फंड में आसानी से निवेश किया जा सकता है। इस प्लान में इंवेस्ट करने के लिए आपके पास बहुत बड़ी रकम हो, ऐसा जरूरी नहीं। अगर किसी की मंथली इनकम कम है तो भी वे इंवेस्ट कर पाएंगे। इस प्लान के तहत वीकली, मंथली, क्वाटरली, , मासिक, तिमाही, हाफ इयरली और एनुअली स्कीम में इंवेस्ट किया जा सकता है। इसमें इनकम इनकम के हिसाब से एसआईपी तय किया जा सकता है, इससे एसआईपी इंवेस्टर अच्छी सेविंग कर सकते हैं। एसआईपी में इंवे कम पैसे में शुरू कर सकते हैं, जैसे 100, 500 या 1000 रुपये से शुरुआत की जा सकती है, ज्यादा पैसों से भी शुरुआत कर सकते हैं।
पैसे बचाने के लिए एसआईपी सबसे बेहतरीन रास्ता है, इसमें निवेशक के ऊपर किसी तरह का बोझ नहीं पड़ता है। अपनी आय के हिसाब से निवेश कर अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है।
एसआईपी में निवेश करने के लिए इंटरनेट पर कई प्लेटफॉर्म है। निवेश के लिए कहीं आने जाने की जरूरत नहीं है। फ़िलहाल के वक्त में पैसों की बचत करना बहुत जरुरी है, यह इमरजेंसी की स्थिति में मदद करते हैं।
उदाहरण के लिए, किसी कंपनी के म्युचुअल फंड का एनएवी 100 रुपये है, अगर इस फंड पर 10000 रुपये का निवेश किया जाए तो उस कंपनी का 100 यूनिट निवेशक को मिल जाएगा। एक साल के लिए इसे होल्ड कर फंड को तब बेचे जब बाजार में एनएवी का मूल्य 200 रुपये हो जाए, तब 10000 रुपये का फायदा कमा सकते हैं।
किसमें है ज्यादा फायदा
रिटर्न के लिहाज से देखें तो एसआईपी (SIP) में निवेश से रेकरिंग डिपॉजिट के मुकाबले आपको ज्यादा कमाई हो सकती है। यह आप पर निर्भर करता है कि क्या आप रिस्क के लिए भी तैयार हैं? अगर हां, तो आप एसआईपी के साथ जा सकते हैं। लेकिन अगर आप परंपरागत निवेशक हैं यानी आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो रेकरिंग डिपॉजिट (RD)के साथ जा सकते हैं।