HMPV Virus in india, लक्षणों को पहचान कर ऐसे करें बचाव

Pooja Joshi

HMPV virus in hindi
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HMPV Virus in india : चीन में फैला ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) भारत पहुंच गया है। सबसे पहले इस वायरस के दो मामले कर्नाटक में आए। और बेंगलुरु के बाद अब अहमदाबाद में भी मानव मेटाप्न्यूमोनोवायरस (HMPV) के संक्रमण के दो मामले सामने आए है।

तो क्या ये वायरस कोरोना(corona) की तरह घातक है, क्या भारत में ये तेजी से फैल सकता है (HMPV cases in india), इस HMPV के लक्षण है (HMPV Symptoms), ये वायरस कैसे फैलता है (How is HMPV transmitted )इससे बचाव कैसे किया जा सकता है (How to be safe from HMPV virus) । आइए इन सभी सवालों के जवाब जानते है।

HMPV in Ahmadabad

भारत में HMPV को लेकर दहशत और बढ़ गई है। क्यूंकि बेंगलुरू के बाद अहमदाबाद में भी मानव मेटाप्न्यूमोनोवायरस (HMPV) के संक्रमण का मामल सामने आया है। यह संक्रमण 2 महीने के एक बच्चे में पाया गया है। 15 दिन पहले तबियत बिगड़ने पर उसे अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहाँ जांच के बाद HMPV वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। फिलहाल, बच्चे की स्थिति स्थिर है और उसे निगरानी में रखा गया है।

HMPV in Bangalore

इससे पहले बेंगलुरु में आए मामलों में एक तीन महीने की बच्ची और एक आठ महीने के बच्चे में वायरस पाया गया था। दोनों का इलाज बपतिस्ट अस्पताल में हुआ और उनकी स्थिति अब स्थिर है। इन दोनों मामलों में किसी भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं था, जिससे ये बात पता चलती है कि संक्रमण स्थानीय स्तर पर फैल रहा है। ऐसे में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए HMPV के बढ़ते मामलों के बीच विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

What is HMPV?

HMPV एक श्वसन संबंधी वायरस है जो मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और लो इम्यून सिस्टम वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके सामान्य लक्षण सर्दी, जुकाम और बुखार होते हैं। हालांकि, सरकार का ये मानना है कि यह वायरस खतरनाक नहीं है और न ही महामारी फैलाने की क्षमता रखता है।

hmpv virus

HMPV Symptoms

  • लगातार नाक बंद रहना या फिर नाक बहना
  • सूखी या गीली खांसी
  • हल्का या तेज बुखार होना
  • गले में खराश, जलन और परेशानी होना
  • सांस लेते समय घरघराहट की आवाज
  • सांस लेने में कठिनाई, खासकर गंभीर मामलों में
  • आराम करने के बाद भी लगातार थकान और कमजोरी
  • फेफड़ों में संक्रमण होना

How is HMPV transmitted

  • संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकलने वाली बूंदों से।
  • किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधा संपर्क में आने से। 
  • दूषित सतहों को छूने और फिर चेहरे, आंखों या मुंह को छूने से। 
  • यह वायरस अन्य सीजनल रेस्पिरेटरी वायरस की तरह, सर्दियों के अंत और वसंत के महीनों में ज्यादा एक्टिव रहता है।

How to be safe from HMPV virus

HMPV virus का वर्तमान में कोई इलाज या वैक्सीन भी मौजूद नहीं हैं। ऐसे में इससे बचाव के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। जैसे कि:

हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।

साबुन और पानी मौजूद न होने पर अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अपनी आंखों, नाक और मुंह को बार-बार अपने हाथों से छूने से बचें।

खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से कवर करें।

जिस भी व्यक्ति में सांस संबंधी परेशानी नजर आएं, तो उनसे दूर रहें।

दरवाजे के हैंडल, फोन और टेबल जैसी बार-बार छुई जाने वाली चीजों को रेगुलर से साफ करें।

अगर आपको अपने अंदर कोई लक्षण नजर आ रहा है, तो वायरस को फैलने से रोकने के लिए घर पर ही रहें।

हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज और पूरी नींद के साथ एक हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।


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