आज की Tech savvy दुनिया में AirPods हमारे जीवन का हिस्सा बन गए हैं। चाहे ऑफिस कॉल हो, जिम वर्कआउट या सफर, म्यूजिक सुनने के लिए—हर उम्र के लोग घंटों तक इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये स्मार्ट डिवाइस आपको फन तो दे रहे है लेकिन AirPods Side Effects इतने ज्यादा है जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते।
जी हां, हाल ही में फेमस मेकअप आर्टिस्ट आरुषि ओसवाल ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में जो खुलासा किया, वो चौंकाने के साथ ही चेतावनी भी देता है। आरुषि ने बताया कि लगातार 8 घंटे तक AirPods पहनने के बाद उनके बाएं कान की सुनने की क्षमता 45% तक कम हो गई। जिसकी वजह से उसको बहुत परेशानी हो रही है।
AirPods Side Effects: जानिए कैसे हो सकता है नुकसान?
आरुषि ने बताया कि उनका दिन आम दिनों की तरह शुरू हुआ था, लेकिन अचानक उन्हें अपने कान में दिक्कत महसूस हुई और दर्द बढ़ता गया। जब उन्होंने डॉक्टर को दिखाया, तो पता चला कि उनकी सुनने की शक्ति में कमी (Hearing Loss) आ चुकी है। इस पर डॉक्टर्स ने उन्हें इलाज के लिए कान में सीधे स्टेरॉयड इंजेक्शन देने का ऑप्शन बताया, जो बेहद Painful Process थी। जिसके बाद भी उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में एक हफ्ता लग गया।
NIHL और WHO की चेतावनी क्या कहती है?
WHO (World Health Organization) का मानना है कि लंबे समय तक तेज़ आवाज में हेडफोन या एयरपॉड्स इस्तेमाल करने से Noise-Induced Hearing Loss (NIHL) हो सकता है। खासकर 70 dB से ज्यादा की आवाज खतरनाक हो सकती है।
AirPods या Headphone के ज्यादा इस्तेमाल से हो सकते हैं ये खतरे:
1. हियरिंग लॉस (Hearing Loss) – लंबे समय तक तेज आवाज से आपके सुनने की शक्ति कम हो सकती है।
2. टिनिटस (Tinnitus) – इसके कारण कान में लगातार कोई आवाज आने, कुछ बजने या सीटी जैसी आवाजें आ सकती हैं।
3. कान में संक्रमण (Ear Infections) – चूंकि हम समय-समय पर ईयरफोन साफ नहीं करते, ऐसे में गंदे AirPods से बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है।
4. इयर वैक्स ब्लॉक (Earwax blockage) – लंबे समय तक इन-ईयर डिवाइस लगाने से वैक्स इकट्ठा हो सकता है।
5. ब्रेन पर असर – कुछ रिसर्च का मानना है कि वायरलेस डिवाइसेज़ से निकलने वाली रेडिएशन ब्रेन पर भी प्रभाव !
एयरफोन या एयरपॉड्स इस्तेमाल करते समय बरतें ये जरूरी सावधानियां:
- 60/60 Rule अपनाएं: एक बार में 60 मिनट तक ही यूज करें और वॉल्यूम 60% से कम रखें।
- तेज़ आवाज से बचें: चूंकि बहुत ज़्यादा वॉल्यूम पर कॉल या गाने सुनना कान की नसों को डैमेज कर सकता है। इसलिए वॉल्यूम कम रखें।
- रेगुलर क्लीनिंग करें: सप्ताह में कम से कम 1-2 बार एयरपॉड्स को अच्छी तरह से साफ करें।
- नींद के दौरान न पहनें: सोते समय एयरपॉड्स का इस्तेमाल ना करें। इससे कानों पर दबाव पड़ता हैं और ब्लड फ्लो कम कर सकते हैं।
- वर्कआउट के समय ध्यान रखें: वर्कआउट करते समय वायरलेस ईयरफोन ना पहनें, क्यूंकि उस समय ये गिर सकते हैं या कान में फंस सकते हैं।
- दूसरों के ईयरफोन इस्तेमाल न करें: ऐसा करने से बैक्टीरिया ट्रांसफर हो सकते हैं।
- सस्ती क्वालिटी से बचें: घटिया ईयरफोन से शॉक या ज़्यादा लाउड आवाज़ से नुकसान हो सकता है। तो Branded Airpods ही खरीदें।
- अगर कान में दर्द, सीटी या भारीपन महसूस हो तो तुरंत ENT विशेषज्ञ से संपर्क करें।
निष्कर्ष: AirPods और अन्य वायरलेस ईयरफोन आज की ज़रूरत बन चुके हैं, लेकिन इसे लत ना बनाएं। तो अगर आप भी दिन में कई घंटे AirPods का इस्तेमाल करते हैं, तो अब समय है सतर्क होने का। आपका कान कोई गैजेट नहीं, जो रिप्लेस हो सके। इसका ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है।