आज के दौर में हर कोई दूसरे से कई ज्यादा बेहतर, आकर्षक और सुंदर दिखना चाहता है और सुंदर दिखने के लिए सबसे जरूरी होते हैं बाल। जिनकी खूबसूरती बनाए रखने के लिए हम कई तरह के उपाय भी करते हैं। लेकिन आजकल जिस तरह से लोगों का खानपान बदल रहा है उससे काफी कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगे हैं। और अपने बालों की सफेदी छिपाने के लिए और अपने आप को सुंदर दिखाने के लिए लोग बालों पर डाई या कलर (hair colour) करवाते हैं।
बाजार में कई सारे ब्रांडस के ढेरों हेयर कलर्स (hair colour) की वैरायिटयां उपलब्ध है। लेकिन क्या आप जानते है कि इन हेयर कलर या डाई (hair dye) का लगातार उपयोग ना केवल आपके बालों के लिए बल्कि आपकी सेहत के लिए भी खतरनाक हो सकता हैं? तो आइए हेयर डाई या कलर से होने वाले नुकसान ( side effect of hair colour) के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या हेयर कलर या डाई से खुजली हो सकती है
क्या हेयर डाई और हेयर कलर इचींग (Can hair color cause itching) का कारण बन सकते है, अगर आपके मन में इस तरह का सवाल रहता है तो बतादें कि हेयर कलर से अक्सर जो सबसे सामान्य साइड इफेक्ट ( side effect of hair colour) देखा जाता है वो है एलर्जी। ऐसे में ये जरूरी है कि आप कलर या डाई को सीधे बालों में ना लगाकर पहले इसका टेस्ट कर लें। टेस्ट करने के लिए पहले इसे अपनी स्किन पर लगा कर देखें, यदि आपको खुजली या दाने होते हैं तो इसे अपने बालों पर उपयोग करने की गलती हरगिज ना करें।
हेयर कलर से हो सकता है कैंसर
क्या हेयर हाई कैंसर का कारण बन सकती है (Does Hair dye cause cancer), ऐसा सवाल अगर आपके मन में भी है तो बतादें ये बात कुछ हद तक सही भी है। दरअसल, कुछ प्रकार के हेयर डाई प्रोडक्ट्स में कार्सिनोजन केमिकल एजेंट पाए जाते हैं, जो कैंसर होने के खतरे को बढ़ा सकते हैं। बल्कि हेयर डाई को खुशबूदार बनाने के लिए कुछ केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो कैंसर जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
हेयर कलर से हेयर फॉल
जो लोग हेयर कलर और डाई का उपयोग करते है उनको हेयर फॉल की समस्या से गुजरना पड़ता है (dying hair cause hair loss)। जिसके पीछे का कारण है हेयर कलर्स या डाई में मौजूद अमोनिया, जो बालों के लिए हार्मफुल है। यह समस्या खासकर उन लोगों के साथ ज्यादा होती है जो परमानेंट हेयर कलर (permanent hair colour) करवाते हैं। दरअसल, यह परमानेंट हेयर कलर बालों को कमजोर करने का काम करते हैं जिससे बाल झड़ने (hair fall) या डैमेज होना (hair damage) शुरू हो जाते हैं।
हेयर कलर का विज़न पर असर
हेयर कलर का असर ना केवल हमारी स्किन और बालों को बल्कि हमारी आंखों को भी होता है (effect of hair colour on vision)। ऐसा देखने में आया है कि हेयर कलर करवाने वाले लोगों की आंखों की रोशनी भी उम्र से पहले ही कम होने लगती है। इसलिए समझदारी इसी में है कि जितना हो सकें हेयर कलर कम यूज़ करें, बल्कि हेयर कलर की जगह नेचुरल हेयर कलर जैसे मेहंदी का उपयोग किया जाए।
What precautions should you take if you dye your hair?
हेयर कलर या डाई से हमारे बालों और हमारे शरीर पर होने वाले साइडइफेक्टस की जानकारी तो हमने आपको दे दी। फिर भी अगर आप हेयर डाई या हेयर कलर का उपयोग करना ही चाहते हैं, तो हेयर डाई (hair dye) करते वक्त कुछ बातों को ध्यान में रखें। जैसे कि-
– किसी भी हेयर डाई को इस्तेमाल करने से पहले उसके निर्देश पढ़ लें कि उसका इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
– संभव हो तो परमानेंट हेयर कलर (hair colour) की जगह टेंपरेरी या होममेड हेयर डाई का उपयोग करें।
– हेयर डाई को घोलने, लगाने और छुड़ाने के लिए ग्लव्स का इस्तेमाल करें, इससे कैमिकल रिएक्शन होने की संभावना कम रहेगी।
– दो अलग-अलग तरह के हेयर डाई (hair dye) के ब्रांड को आपस में मिलाकर प्रयोग कभी ना करें।
-अगर आपको हेयर डाई या हेयर कलर का यूज़ करने के बाद किसी तरह की कोई परेशानी तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
घर पर कैसे बनाए नेचुरल हेयर कलर ( how to make natural colour at home)
सबसे पहले एक पैन में पानी डालें और इसमें कॉफ़ी पाउडर डालकर कुछ देर के लिए पका लें। और फिर कॉफ़ी को ठंडा होने दें। इसके बाद एक बाउल में अपने बालों की लंबाई के हिसाब से कंडीशनर लें और उसे उबले हुए कॉफ़ी वाले पानी में डालकर अच्छी तरह से मिला दें। अगर आपके बाल बहुत ज्यादा लंबे और घने हों, तो उसके हिसाब से कॉफ़ी और कंडीशनर का इस्तेमाल करें। फिर इस पेस्ट को करीब आधे से एक घंटा बालों में लगाने के बाद बाल धो लें। यकीन मानिए हेयर को कलर करने का ये सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है।