tips to improve mental health: एक खुशहाल और हेल्दी जिंदगी जीने के लिए अपनी मेंटल हेल्थ को बनाए रखना (maintain good mental health) आवश्यक है। लेकिन, दुर्भाग्य से, लाखों लोग मानसिक बीमारियों (mental illnesses) का अनुभव करते हैं जो उन्हें निराश, अलग-थलग और शक्तिहीन महसूस कराते हैं।
कई लोग तो अपनी मेंटल प्रॉब्लम से निपटने और इस दुख से उभरने के लिए (ways to overcome from mentel problems) ड्रग्स और एल्कोहल का सहारा लेते हैं। जो कि आगे जाकर उनके शरीर पर अपना नैगेटिव इफेक्ट दिखाता है।
ऐसे में ये जरूरी है कि वो हर संभव प्रयास किए जाए जिससे मेंटल हेल्थ स्टेबल (maintaining mental health stability) रहें। यहां हम मेंटल हेल्थ इश्यूज से निपटने के प्रभावी तरीकों (mental health tips) के बारे में जानेंगे।
- मेंटल हेल्थ बेहतर बनाने के लिए हर रोज मेडिटेशन (meditation) और प्राणायाम (pranayam) की प्रेक्टिस करना जरूरी है। जिसके लिए उपयुक्त समय और स्थान चुनें। ध्यान रहें, इस समय आपका पूरा शरीर शिथिल होना चाहिए। इसके बाद अपनी आंखें बंद कर लें और कम से कम छह सेकंड तक सांस लें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस दौरान खासतौर पर एक विचार पर फोकस करें।
- डायरी लिखना शुरू करें। ये टेक्निक आपकी मेंटल हेल्थ के लिए लाभकारी है। डायरी में लिखने के लिए एक शेड्यूल बनाएं, फिर अपनी दिनभर की एक्टिविटी नोटडाउन करें।
- म्यूजिक सुनें। जब भी आप अपने आसपास तनाव महसूस करें तो अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनें, यकीन मानिए ऐसा करके आप काफी रिलेक्स महसूस करेंगे।
- अपने जुनून और शौक को प्राथमिकता दें। आप जो भी करना चाहें, हार न मानें और आगे बढ़ते रहें।
- जितना हो सकें टॉकेटिव बनें। हर रोज़ दूसरों के साथ बातचीत करके अपनी फीलिंग शेयर करने में व्यस्त रहें। आपके आस-पास क्या हो रहा है, क्या घटनाएं हो रही है, इन बातों का पूरा ध्यान रखें।
- मेंटल हेल्थ (tips to improve mental health) को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है सेल्फ कांफिडेंस को बूस्ट करना। ऐसा करने के लिए शीशे के सामने खड़े हो जाए, अपनी आंखों में देखें, और अपने आप से बार-बार कहें, “मैं कर सकता हूँ, मैं करूंगा।” इसकी प्रेक्टिस डेली करें।
- दूसरे क्या कहेंगे या क्या सोचेंगे, ये सोचकर वो करना ना छोड़ें जिससे आपको खुशी मिलती है।
- नैगेटिव लोगों से बचने का प्रयास करें।
- कभी भी दूसरे लोगों की सफलता को अपने ऊपर हावी न होने दें। ईर्ष्यालु होने से बचें। दूसरे लोगों की ख़ुशी का आनंद लें। याद रखें कि आपके लिए भी वह पल आएगा।
- अपनी फीलिंग को ऐसे व्यक्ति के सामने व्यक्त करें जिस पर आप भरोसा करते हैं या कोई ऐसा व्यक्ति जो आपको समझता हो। कभी भी व्यर्थ की डींगे ना हांके।
- गुस्से में कभी भी कोई निर्णय न लें। यदि आप निराश महसूस कर रहे हैं और किसी बात को लेक कंफूयजन में हैं , तो इसके बारे में किसी से बात करें और अपनी सभी चिंताओं को साझा करें।
- दूसरों से कोई अपेक्षा न रखें। किसी पर निर्भर रहने की बजाय आत्मनिर्भर बनें।
- आपके पास जो कुछ है उसी में संतुष्ट रहें। कभी तुलना न करें।
- डर पर काबू पाने के लिए शांत रहे, जल्दबाजी में अपना फोकस ना खोए।
- भाग्य पर विश्वास ना करें, बल्कि हमेशा खुद पर विश्वास रखें।
- सकारात्मक रहें, सकारात्मक सोचे और सकारात्मक बोलें।
- प्रतिदिन पर्याप्त नींद लें।
- आप जैसे हो, वैसी ही रहो; आपको किसी और के जैसा बनने की ज़रूरत नहीं है।
- अपने इमोशंस को अपनी परफोमेंस पर हावी ना होने दें।
- जो बात आपके काम की ना हो उसे एक कान से सुने और दूसरे कान से निकाल दें।
- आलसी ना बनें, बल्कि स्वयं को किसी कार्य में व्यस्त रखने का प्रयास करें। जी हां, ऐसा काम करें जो आपको खुशी दें।
- जब आप बातचीत कर रहे हों तो प्रतिक्रिया देने से पहले दूसरे व्यक्ति की बात सुनें। बीच-बीच में अपना समय लें।
- किसी भी तरह का हेल्दी रिलेशन बनाए रखने के लिए अपने मन से “अहंकार” को हटा दें।
- खुद को प्रेरित और प्रोत्साहित करना कभी बंद न करें।
- वर्चुअल वर्ल्ड में रहने के बजाय रियल वर्ल्ड में रहने का प्रयास करें।
निष्कर्ष: उम्मीद है उपरोक्त सभी बातों पर आप गौर करेंगे और उन्हें फॉलो करने की कोशिश करेंगे। हमेशा याद रखें कि आप अकेले नहीं हैं।